मुस्तकीम
चरथावल विकास खंड के ग्राम दूधली में रविवार को बिजली विभाग की लापरवाही एक बड़ी दुर्घटना का कारण बन गई। यहां जितेंद्र कुमार उर्फ बारु तार जोड़ने का काम कर रहा था। आरोप है कि शटडाउन लेने के बावजूद ड्यूटी पर तैनात एसएसओ और जेई ने फीडर चालू कर दिया। अचानक करंट लगने से जितेंद्र की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।

घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने बिजलीघर पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। आंदोलन में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के जिला अध्यक्ष लोकेश पुंडीर, ब्लॉक अध्यक्ष संजय त्यागी, किसान नेता ठाकुर कुशलवीर सिंह और विकास शर्मा भी शामिल हुए।

सूचना पर मौके पर पहुंचे पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों—सीओ सदर डॉ. रवि शंकर, एसडीएम सदर प्रवीण कुमार, थाना प्रभारी जसवीर सिंह और एसडीओ चरथावल ने मौके पर स्थिति संभाली। लंबी बातचीत के बाद ग्रामीणों व बिजली विभाग के बीच समझौता हुआ।
समझौते के अनुसार:
मृतक के परिवार को बिजली विभाग द्वारा तत्काल 15 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
5 लाख रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष से तहसील स्तर पर उपलब्ध कराए जाएंगे।
मृतक की विधवा पत्नी को संविदा पर नौकरी दी जाएगी।
12 वर्षीय बेटे को हर माह 4000 रुपये भत्ता व पत्नी को पेंशन दी जाएगी।
