हरिद्वार, 26 जून:
हरिद्वार की ऑटो रिक्शा यूनियन एक बार फिर विवादों में घिर गई है। वर्तमान यूनियन अध्यक्ष पर मनमानी करने और अवैध वसूली कराने के गंभीर आरोप लगे हैं। यूनियन से जुड़े कई चालकों और पूर्व सदस्यों ने आरोप लगाया है कि यूनियन के नाम पर शहर में रेडी-ठेली लगवाकर अवैध वसूली की जा रही है, जिसका फायदा सीधे तौर पर यूनियन पदाधिकारियों को हो रहा है।
सूत्रों के अनुसार, यूनियन में नई सदस्यता पर लंबे समय से रोक लगी हुई है, जिससे नए ऑटो चालकों को संगठन में जुड़ने का अवसर नहीं मिल रहा। इतना ही नहीं, पूर्व में निष्कासित किए गए कई पुराने सदस्यों को साजिश के तहत हटाया गया था और अब उनकी बहाली की मांग पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
पूर्व यूनियन सदस्यों का आरोप है कि वर्तमान नेतृत्व एकतरफा फैसले ले रहा है और पारदर्शिता का अभाव है। वहीं, कुछ चालकों ने यह भी बताया कि विरोध करने पर उन्हें ऑटो स्टैंड से हटाने की धमकी दी जाती है।

प्रदर्शन की चेतावनी:
यूनियन की कार्यप्रणाली से नाराज़ चालकों ने जल्द ही विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है और जिला प्रशासन से मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि यूनियन की सदस्यता प्रक्रिया को फिर से शुरू किया जाए
“पूर्व सदस्य ने कहा कि यह यूनियन अब कुछ गिने-चुने लोगों की जागीर बन गई है। हमें अपनी आवाज़ उठाने का हक़ चाहिए
