एडवोकेट शुभम भारद्वाज
हरिद्वार, 11 अक्टूबर 2025: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ज़ीरो टॉलरेंस नीति के तहत हरिद्वार जिला प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है। इसी क्रम में जिला पंचायत राज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह ने भ्रष्टाचार के आरोपों में ग्राम पंचायत विकास अधिकारी (वीडीओ) शंकरदीप को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
जांच में पाया गया कि ग्राम पंचायत अकौढ़ा खुर्द (विकास खंड लक्सर) में सीसी सड़क निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया था। सड़क का लेवल गलत पाया गया, जिससे पानी व कीचड़ भराव की स्थिति बनी रही। जांच अधिकारी की रिपोर्ट में यह भी उल्लेख हुआ कि संबंधित अधिकारियों द्वारा निर्माण के दौरान उचित निरीक्षण नहीं किया गया।
मामला और गंभीर तब हुआ जब जांच प्रक्रिया के दौरान ही ग्राम पंचायत विकास अधिकारी शंकरदीप व कनिष्ठ अभियंता (आउटसोर्स) मनोज कुमार द्वारा जांच को प्रभावित करने हेतु सड़क पर दोबारा सीसी डालने की कोशिश की गई। यह कार्यवाही जांच से छेड़छाड़ मानी गई, जिसके चलते तत्काल निलंबन के आदेश जारी किए गए। निलंबन अवधि में अधिकारी को केवल जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा, साथ ही यह शर्त भी लागू होगी कि वे किसी अन्य व्यापार या व्यवसाय में संलग्न नहीं रहेंगे।
🔸 भ्रष्टाचार पर जिला प्रशासन की सख्ती:
हरिद्वार में लगातार ग्राम पंचायत अधिकारियों पर कार्यवाही हो रही है, जिससे शासन की सख्त नीति का संदेश स्पष्ट है।
🔸 ब्लॉक बहादराबाद में अभी भी सुरक्षित भ्रष्ट अधिकारी:
हालांकि ब्लॉक बहादराबाद क्षेत्र में भ्रष्टाचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम साजनपुर पीली में मनरेगा की धनराशि जमीन-जायदाद धारकों, सक्षम व्यक्तियों और बुजुर्गों के खातों में ट्रांसफर की गई है। इस प्रकरण ने विभागीय पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
📢 जनता की मांग:
ग्रामीणों व आरटीआई कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से मांग की है कि बहादराबाद ब्लॉक के ग्राम पंचायतों की भी निष्पक्ष जांच कराकर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए, ताकि मुख्यमंत्री की ज़ीरो टॉलरेंस नीति का वास्तविक पालन सुनिश्चित हो सके।
