राजकुमार
हरिद्वार, 21 अगस्त 2025 – जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने गुरुवार को जिला कार्यालय सभागार में राजस्व विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि जनहित में जोखिम उठाकर व बदनामी झेलकर भी सरकारी भूमि को अतिक्रमणमुक्त कराने वाले अधिकारी व कर्मचारी जिले में कार्यरत हैं। ऐसे कार्मिकों से प्रेरणा लेकर सभी अधिकारी व कर्मचारी सरकारी भूमि, तालाब और नालों को अतिक्रमणमुक्त कराना सुनिश्चित करें।

उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि जलभराव की प्रमुख वजह तालाबों और नालों पर अतिक्रमण है, इसलिए सभी लेखपाल अपने-अपने क्षेत्रों का नियमित निरीक्षण कर अतिक्रमण चिन्हित करें और नियमानुसार कार्रवाई करें। अतिक्रमणमुक्त भूमि को एसेट मैनेजमेंट पोर्टल पर अनिवार्य रूप से अपलोड किया जाए ताकि भविष्य में दोबारा कब्जा न हो सके।
डीएम ने अधिकारियों को क्षेत्र में सतर्क दृष्टि बनाए रखने और अतिक्रमण की स्थिति में तुरंत एक्शन लेने के निर्देश दिए। साथ ही विभागीय कार्यों की विस्तार से समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए।
बैठक में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की दीपक रामचंद्र शेट, एडीएम (वित्त एवं राजस्व) दीपेंद्र सिंह नेगी, एडीएम (प्रशासन) पीआर चौहान, एसडीएम हरिद्वार जितेंद्र कुमार, एचआरडीए सचिव मनीष कुमार, एसडीएम लक्सर सौरभ असवाल, डिप्टी कलेक्टर देवेंद्र सिंह नेगी, डिप्टी कलेक्टर/अपर मेलाधिकारी कुंभ दयानंद सरस्वती सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।