राजकुमार
हरिद्वार। जिले में अवैध शराब का कारोबार लगातार फल-फूल रहा है। पथरी थाना क्षेत्र के पथरी फाटक व धनपुरा इलाके में देसी और अंग्रेजी शराब की दुकानों पर अवैध तरीके से बड़ी मात्रा में शराब की सप्लाई व तस्करी खुलेआम की जा रही है। इसी काले कारोबार की सच्चाई उजागर करने वाले वरिष्ठ पत्रकार मित्रपाल पर गुरुवार देर रात करीब 10:30 बजे तस्करों ने जानलेवा हमला कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार, पत्रकार मित्रपाल को रोककर 3-4 हमलावरों ने धारदार हथियारों से बेरहमी से वार किए और गंभीर रूप से घायल कर दिया। हमलावरों ने मारपीट के दौरान धमकी दी कि “बहुत हमारी खबरें चलाते हो, हम ऐसे ही शराब सप्लाई करेंगे, तुम पर जो होगा देख लेंगे। पहले भी 4-5 लोगों को पीटा है, आज तक कुछ नहीं बिगड़ा। आगे भी जो हमारे रास्ते में आया उसका यही हाल करेंगे।”
अस्पताल में भर्ती, हालत नाज़ुक
हमले में बुरी तरह घायल हुए पत्रकार मित्रपाल को स्थानीय लोगों की मदद से जिला अस्पताल हरिद्वार लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया।
डॉक्टरों का कहना है कि “पत्रकार के सिर और शरीर पर गहरे जख्म हैं, समय पर इलाज न मिलता तो स्थिति और गंभीर हो सकती थी। अभी उन्हें निगरानी में रखा गया है।”
घटना से पत्रकार जगत में गुस्से की लहर दौड़ गई है। पत्रकार के परिजनों ने पुलिस से हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
माननीय मुख्यमंत्री द्वारा देवभूमि उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाने का अभियान चलाया जा रहा है और पुलिस लगातार शराब माफियाओं पर कार्यवाही कर रही है, बावजूद इसके शराब तस्करों के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्होंने अब समाज को सच का आईना दिखाने वाले पत्रकार को ही मौत के घाट उतारने का प्रयास कर डाला।
प्रेस क्लब बहादराबाद :
प्रेस क्लब बहादराबाद अध्यक्ष सनत शर्मा ने कहा – “पत्रकार मित्रपाल पर हुआ हमला बेहद निंदनीय है। यह केवल एक व्यक्ति पर हमला नहीं बल्कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतंत्र पर हमला है। हम प्रशासन से मांग करते हैं कि हमलावरों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए।”
प्रेस क्लब सचिव प्रवेंद्र नारायण ने कहा – “शराब माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई न होने से उनके हौसले बढ़ते जा रहे हैं। अगर समय रहते पुलिस ने ठोस कदम न उठाए तो पत्रकार सुरक्षा गंभीर संकट में पड़ जाएगी। हम मांग करते हैं कि पत्रकार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और दोषियों पर कड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज हो।”
पत्रकार संगठनों ने भी सामूहिक रूप से सरकार व प्रशासन से मांग की है कि पत्रकार मित्रपाल पर हुए हमले के दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्य में कोई भी माफिया पत्रकारों को डराने की हिमाकत न कर सके।
