एडवोकेट शुभम भारद्वाज
हरिद्वार जिले के बहादराबाद क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम अलीपुर में अवैध रूप से संचालित हो रही कोयला पीसने की फैक्ट्री से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। बिना किसी अनुमति और सुरक्षा मानकों के इस फैक्ट्री के संचालन से न केवल पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है, बल्कि आसपास के लोगों की सेहत भी खतरे में पड़ गई है।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि फैक्ट्री से निकलने वाली कोयले की धूल से हवा प्रदूषित हो गई है, जिससे बच्चों और बुजुर्गों को सांस लेने में परेशानी, त्वचा रोग और आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो रही हैं। ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन से शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
एक ग्रामीण ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “रात के अंधेरे में फैक्ट्री चलाई जाती है ताकि प्रशासन को भनक न लगे। यह पूरी तरह से अवैध है और हमारे स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।”
पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार, कोयला पीसने के दौरान निकलने वाली सूक्ष्म कण हवा में मिलकर गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकते हैं, और जलस्तर में भी जहरीले तत्व घुलने की आशंका बनी रहती है।
स्थानीय प्रशासन की चुप्पी पर सवाल उठते हुए ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
अब देखना यह है कि प्रशासन कब जागता है और इस अवैध फैक्ट्री पर कब कार्रवाई होती है, ताकि अलीपुर के लोग साफ हवा और सुरक्षित जीवन जी सकें।
