एडवोकेट शुभम भारद्वाज
शामली। कस्बा थानाभवन में आयोजित गुघाल गोगा महाडी के मेले में सुरक्षा इंतज़ाम नदारद होने से स्थानीय लोग चिंता में हैं। मेले में लगे झूले और मौत का कुआं जैसे खतरनाक झूलों पर सेफ्टी के कोई ठोस इंतज़ाम नहीं हैं। जगह-जगह फैले बिजली के तार हादसे को दावत दे रहे हैं।

मेले में मौजूद स्थानीय निवासी नीरज कुमार का कहना है, “बच्चे और परिवार लेकर लोग मेले में आते हैं लेकिन सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं दिख रही। यदि कोई हादसा होता है तो जिम्मेदारी कौन लेगा?” वहीं रामपाल नामक निवासी ने बताया कि “रात के समय अंधेरे में खुले तार और भी ज्यादा खतरनाक हो जाते हैं। प्रशासन को पहले ही इस पर ध्यान देना चाहिए।
लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि सुरक्षा इंतज़ाम पुख्ता किए जाएं ताकि किसी तरह की अनहोनी न हो।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के अलग-अलग मेलों में पहले भी हादसे हो चुके हैं। पिछले साल लखनऊ के दुबग्गा इलाके में मेले के झूले की चेन टूटने से कई बच्चे घायल हो गए थे। वहीं गाज़ियाबाद और बरेली में भी झूले की खराबी से हादसे हो चुके हैं।
लोगों का कहना है कि इन घटनाओं से सीख लेकर शामली प्रशासन को भी तुरंत सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करनी चाहिए ताकि गुघाल गोगा महाडी का मेला श्रद्धा और उत्साह का केंद्र बना रहे, न कि भय और चिंता का।
