राजकुमार
हरिद्वार। कनखल क्षेत्र जगजीतपुर में स्थित एसआर मेडिसिटी अस्पताल में 19 वर्षीय युवती सानिया की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। शुरुआती जांच में गंभीर खामियां मिलने पर अस्पताल को सील कर दिया गया है। मौके पर इलाज करा रहे पांच मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट कराया गया।
सीएमओ ने मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय होगी। उधर, परिजनों ने आरोप लगाया है कि डॉक्टरों की लापरवाही और गलत इंजेक्शन देने से सानिया की जान गई। डॉक्टर मौके से फरार बताए जा रहे हैं। परिजन अस्पताल प्रबंधन पर मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। अस्पताल को सील कर दिया गया है
ब्लड बैंक पर भी उठे सवाल
मामले के बाद अब “ब्लड बैंक” पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। लोगों का आरोप है कि गांव-गांव में रक्तदान शिविर लगाकर खून इकट्ठा किया जाता है, लेकिन जब उन्हीं दानदाताओं को खून की ज़रूरत पड़ती है, तो उन्हीं का खून उन्हें कई गुना कीमत पर बेचा जाता है। बताया जा रहा है कि अस्पताल और ब्लड बैंक दोनों का मालिकाना हक एक ही व्यक्ति के पास है।
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि जिस तरह अस्पताल की जांच कर सीलिंग की गई, उसी तरह ब्लड बैंक के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
अब देखना होगा कि स्वास्थ्य विभाग अस्पताल की तरह ब्लड बैंक की अनियमितताओं पर कब सख्त कदम उठाता है।